11 JUNE EVENING NEWS IN HINDI

11 JUNE

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जोधपुर- कामाख्या एक्सप्रेस 22 से:पूर्वोत्तर की यात्रा पर जाने के इच्छुक लोगों के लिए खुशखबर, 52 घंटों में तय करेगी 2281 किलोमीटर की दूरी

जोधपुर41 मिनट पहले

असम की यात्रा करने के इच्छुक लोगों को अच्छी खबर है। रेलवे जोधपुर से कामाख्या के लिए साप्ताहिक रेल सेवा शुरू करने जा रहा है। इस रेल सेवा के सुरू होने से पूर्वोतर से आने व जाने वाले लोगों को काफी सुविधा हो जाएगी। कामाख्या-भगत की कोठी (जोधपुर) कामाख्या साप्ताहिक स्पेशल एक्सप्रेस रेलसेवा का संचालन 18 जून से अपने पहले फेरे में कामाख्या से जोधपुर के लिए रवाना होगी। यह रेल 52 घंटे में 2281 किलोमीटर का सफर तय करेगी।

जोधपुर में उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता गोपाल शर्मा ने बताया कि गाडी संख्या 05624, कामाख्या-भगत की कोठी (जोधपुर) साप्ताहिक स्पेशल एक्सप्रेस 18 जून से प्रत्येक शुक्रवार को कामाख्या से 17.15 बजे रवाना होकर रविवार को 21.45 बजे भगत की कोठी पहुंचेगी। इसी प्रकार गाडी संख्या 05623, भगत की कोठी (जोधपुर)- कामाख्या साप्ताहिक स्पेशल एक्सप्रेस 22 जून से प्रत्येक मंगलवार को भगत की कोठी से 16.10 बजे रवाना होकर गुरूवार को 23.10 बजे कामाख्या पहुंचेगी। यह रेलसेवा मार्ग में रंगिया जं., बरपेटारोड, न्यू बोगई गांव, कोकराझार, न्यू अलीपुरद्वार, न्यू कुचविहार, न्यू जलपाईगुडी, किशनगंज, कटिहार, नौगछिया, खगरिया, बेगुसराय, न्यू बरौनी, पटना, आरा जं., बक्सर, पं. दीनदयाल उपाध्याय, वाराणसी, शाहगंज जं., फैजाबाद जं., लखनऊ, बरेली, मुरादाबाद, गाजियाबाद, दिल्ली जं., दिल्ली कैंट, गुडगाॅव, रेवाड़ी जं., महेन्द्रगढ, सतनाली, लोहारू, सादुलपुर जं., चूरू, रतनगढ जं., सुजानगढ, लाडनूं, डीडवाना, छोटी खाटू, डेगाना, मेडता रोड जं. व जोधपुर जं. स्टेशनों पर ठहराव करेगी। यह रेल सेवा कोरोना के कारण बंद कर दी गई थी। रेलवे इसे अब फिर से शुरू करने जा रहा है।

1.18 अरब के 10 बड़े ठेकों की फिर होगी नीलामी:सावर मार्बल रॉयल्टी ठेका भी शामिल, कोरोना के चलते पहले नहीं लग सकी थी बोली

अजमेरएक घंटा पहले
नागौर में मेसेनरी स्टोन का 1 करोड, 83 लाख 35 हजार 100 रुपए का ठेका दिया जाना है। - Dainik Bhaskar

नागौर में मेसेनरी स्टोन का 1 करोड, 83 लाख 35 हजार 100 रुपए का ठेका दिया जाना है।

अजमेर के सावर और केकड़ी में मार्बल रॉयल्टी के ठेके सहित खनिज विभाग अजमेर और नागौर के 1.18 अरब रुपए के 10 रॉयल्टी ठेकों की नीलामी दोबारा करेगा। इसके लिए विभाग की ओर से फिर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

कोराेना काल के चलते विभाग की ओर से पिछली बार इन ठेकों के लिए नीलामी की प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन अधिकांश ठेकों के लिए बोली दाता नहीं आए। अब एक बार फिर विभाग की ओर से इनके लिए कवायद शुरू की गई। नीलामी सहित सारी प्रक्रिया ऑनलाइन ही होगी। किस खनिज ठेके के लिए कितने समय पर बोली होगी इसका ब्योरा भी वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है।

अजमेर SME जय गुरुबक्षाणी ने बताया कि अजमेर और नागौर जिलों में मार्बल, चुनाई पत्थर सहित विभिन्न खनिजों के रॉयल्टी ठेके अलग-अलग खनिज कार्यालयों के अधीन दिए जाएंगे। इन सबकी आरक्षित राशि भी निदेशालय द्वारा तय की गई है। इनका ब्यौरा भी जारी किया गया है।

अजमेर व नागौर में यह दिए जाने हैं ठेके

  • सावर में मार्बल व मार्बल खंडा (चुनाई पत्थर के रूप में उपयोग होने वाला पत्थर) का ठेके के लिए 32 करोड़ 33 लाख 72 हजार 400 रुपए आरक्षित दर रखी गई है।
  • अजमेर के ही रायपुर सीमा में क्वार्ट्ज, फैल्सपार, माइका, सोप स्टोन, केलसाइट, क्वार्ट्ज के लिए होगा। इस के लिए विभाग ने 30 करोड़ 37 लाख 2 हजार 300 रुपए की आरक्षित तय की है।
  • पुष्कर व अजमेर की राजस्व सीमा में चुनाई पत्थर के ठेके के लिए आरक्षित दर 3 करोड़ 84 लाख 10 हजार 700 रुपए तय की गई है।
  • ब्यावर के अधीन जिला पाली की तहसील रायपुर में राजस्व ग्राम बर, फतेहखेड़ा, लवाया, बिराठिया खुर्द कलां की सीमा में फिलाईशिष्ट, बैलास्ट और खंड के लिए नीलामी होगी। इस ठेके लिए 39 लाख 90 हजार 600 आरक्षित दर तय की गई है।
  • नसीराबाद के चुनाई पत्थर के लिए 53 लाख 20 हजार रुपए आरक्षित राशि तय की गई है।
  • नागौर में एमई मकराना के अधीन मकराना, बोरावड़, कोलाडूंगरी व मोरेड तथा परबतसर के राजस्व ग्राम बिदियाद व गुणावती में क्वारी लाइसेंस से निकलने वाले खनिज मार्बल व मार्बल पाउडर का ठेका होना है। इस ठेके के लिए 37 करोड़ 35 लाख 38 हजार 500 रुपए की आरक्षित राशि तय की गई है।
  • नागौर में जायल क्षेत्र में बड़ी खाटू और अन्य क्षेत्रों का सेंड स्टोन, खंडा व बैलास्ट का 4 करोड़ 15 लाख 700 रुपए का ठेका दिया जाना है।
  • गोटन में चायना क्ले, क्वार्ट्ज, फैल्सपार, पीली मिटटी, के ओलिन व सिलिका सेंड का 6 करोड़ 52 लाख 25 हजार 400 रुपए का ठेका दिया जाना है।
  • नागौर में मेसेनरी स्टोन का 1 करोड, 83 लाख 35 हजार 100 रुपए का ठेका दिया जाना है।
  • जयपुर में रफ्तार के कहर ने छीनी दो जिंदगी:सोडाला एलिवेटेड रोड पर स्पाेर्ट्स बाइक सवार युवक-युवती बाउंड्री से टकराए, 50 मीटर तक घिसटती रही, दोनों की मौत, बाइक पर लटके हुए थे हेलमेट

    जयपुरएक घंटा पहले
    सोडाला एलिवेटिड़ रोड पर हादसे क - Dainik Bhaskar
    सोडाला एलिवेटिड़ रोड पर हादसे क
  • जयपुर में एक बार फिर तेज रफ्तार के कहर ने दो जिंदगी छीन ली। सोडाला एलिवेटेड रोड पर बाइक बाउंड्री से टकरा गई। हादसे में दो युवक-युवती की मौत हो गई। बाइक काफी तेज रफ्तार में थी और घुमाव पर बाउंड्री से टकरा गए। यहां से बाइक 50 मीटर तक घिसटती चली गई। दोनों ने हेलमेट भी नहीं लगा रखा था। दोनों मृतक नागौर के रहने वाले थे। एक्सीडेंट साउथ थानाधिकारी शिवदयाल ने बताया कि मृतकों की पहचान निखिल पालीवाल पुत्र इथलेश पालीवाल निवासी जसवंतगढ़ नागौर व करिश्मा पारीक पुत्री राजेंद्र कुमार निवासी डीडवाना नागौर के रूप में हुई। हादसा शुक्रवार सुबह हुआ, जब दोनों स्पोर्ट्स बाइक पर सोडाला एलिवेटेड रोड से श्याम नगर की ओर जा रहे थे। सुबह के समय ट्रैफिक भी ज्यादा नहीं था। बाइक को निखिल चला रहा था। अचानक बाइक का बैलेंस बिगड़ गया। बाइक तेज गति में एलिवेटिड रोड पर बाउंड्री से टकरा गई। बाइक की रफ्तार का अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता हैं कि बाइक बाउंड्री से टकराने के बाद भी 50 मीटर तक सड़क पर घिसटती रही। सोडाला पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। दोनों के आधार कार्ड से पहचान की गई।

    सोडाला एलिवेटेड रोड पर हुआ हादसा
    सोडाला एलिवेटेड रोड पर हुआ हादसा

    बाइक पर लटका रखा था हेलमेट
    युवक-युवती ने बाइक पर हेलमेट नहीं लगा रखा था। बाइक के पीछे हेलमेट लटका रखे थे। तेज रफ्तार में हेलमेट टूट कर नीचे सड़क पर गिर गया। लोहे के एंगल भी बाइक में फंस गए थे। नीचे से गुजर रहे राहगीरों ने हादसे की पुलिस को सूचना दी। एंबुलेंस से दोनों को एसएमएस अस्पताल भिजवाया गया। कोविड़ रिपोर्ट आने के बाद दोनों के शवों का पोस्टमार्टम होगा।

    सोडाला एलिवेटेड रोड पर हादसे में लोहे के एंगल भी उखड़े
    सोडाला एलिवेटेड रोड पर हादसे में लोहे के एंगल भी उखड़े

    किराए का मकान लेकर रहती है युवती
    युवती नागौर के डीडवाना की रहने वाली थी और बैंक में नौकरी करती थी। वह झोटवाड़ा में ही किराया के मकान में काफी समय से रहती थी। निखिल भी झोटवाड़ा में ही परिवार के साथ रहता था। पहले मुंबई में नौकरी करता था और अब लॉकडाउन के बाद से जयपुर में ही रह रहा था। फिलहाल कोई काम नहीं करता था।

    90 डिग्री का है घुमाव

    ट्रैफिक इंस्पेक्टर सोनचंद वर्मा ने बताया कि सोडाला एलिवेटिड़ रोड पर चढ़ते ही 90 डिग्री का घुमाव है। एलिवेटेड रोड खाली रहता है, जिससे चालक वाहन को तेज गति में चलाते है। आगे घुमाव आने पर वाहन का बैलेंस नहीं बन पाता है। ब्रेक लगाने पर भी बाइक कंट्रोल नहीं हो पाते है। करीब तीन सौ मीटर के सर्किल में ही अक्सर हादसे होते है।

महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का धरना:पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस और खाद्य तेल के बढ़ते दामों को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने पेट्रोल पंप पर किया विरोध-प्रदर्शन

चित्तौड़गढ़एक घंटा पहले
पेट्रोल पंप पर कांग्रेस का धरना देते कांग्रेसी। - Dainik Bhaskar
पेट्रोल पंप पर कांग्रेस का धरना देते कांग्रेसी।

कांग्रेस पार्टी द्वारा जिले मुख्यालय सहित सभी उपखंड के पेट्रोल पम्पों पर केंद्र सरकार के खिलाफ सांकेतिक धरना देते हुए विरोध प्रदर्शन किया। पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों को लेकर यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर केंद्र सरकार के खिलाफ पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह जाड़ावत के नेतृत्व में जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा जिला मुख्यालय के पेट्रोल पंप पर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया। पूर्व विधायक सुरेंद्र सिह जाड़ावत ने कहा कि मोदी सरकार सत्ता में आने से पहले कांग्रेस के खिलाफ जनता को यह बोलकर भड़काया करती थी कि कांग्रेस राज्य में तेल की कीमतें बहुत ज्यादा हैं। जबकि सत्ता में आने के बाद वह खुद इस बात को भूल गए।

लगातार पेट्रोल डीजल व घरेलू गैस के दाम बढ़ाए जा रहे हैं। अब तो खाद्य पदार्थ और अन्य चीजें भी महंगी हो गई हैं। जाड़ावत ने कहा कि सरकार ने कीमतें कम नहीं की तो हम जन आंदोलन करेंगे। अभी तेल कीमतों के भाव आसमान छू रहे हैं। मोदी सरकार से मांग है कि तेल कीमतों में कमी करे। महंगाई कम करें तो गरीबों को भी राहत मिलेगी। धरने में नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा, प्रेम प्रकाश मूंदड़ा, करण सांखला सहित कांग्रेस के कई पदाधिकारी मौजूद थे।

फिर लौटेगा वैभव बरकतुल्लाह खान स्टेडियम का:अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी के लिए नए सिरे से शुरू हुआ निर्माण कार्य, बीस करोड़ की लागत से होगा जिर्णोद्धार

जोधपुर2 घंटे पहले
जोधपुर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में बीस करोड़ की लागत से जिर्णोद्धार कार्य शुरू हो चुका है। फोटो एल देव जांगिड़ - Dainik Bhaskar
जोधपुर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम में बीस करोड़ की लागत से जिर्णोद्धार कार्य शुरू हो चुका है। फोटो एल देव जांगिड़

सूर्यनगरी के छीतर पत्थर से निर्मित देश के इकलौते बरकतुल्लाह खान स्टेडियम के कायाकल्प का कार्य शुरू हो गया है। अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनाने की दिशा में यह अहम कदम माना जा रहा है। बीस करोड़ की लागत से स्टेडियम का जीर्णोद्धार कार्य तेजी के साथ शुरू कर दिए गए है। स्टेडियम के साउथ ब्लॉक को पूरी तरह से तोड़कर नया बनाया जाएगा। वहीं नॉर्थ ब्लॉक में अलग से पवेलियन का निर्माण किया जाएगा। साथ ही मैदान व पिच की मिट्‌टी को पूरी तरह से खोद दिया गया है। इसे नए सिरे से संवारा जाएगा। अगले वर्ष से यह स्टेडियम आईपीएल के साथ ही अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।

जोधपुर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम को अंदर से पूरी तरह से खोद दिया गया है।
जोधपुर के बरकतुल्लाह खान स्टेडियम को अंदर से पूरी तरह से खोद दिया गया है।

आरसीए के अध्यक्ष वैभव गहलोत इस पद पर काबिज होने के बाद से लगातार प्रयास कर रहे थे कि स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बना दिया जाए। ताकि यहां पर अंतरराष्ट्रीय के साथ ही आईपीएल के मैचों का आयोजन हो सके। स्टेडियम को नए सिरे से संवारने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बेटे की मांग पर गत बजट में बीस करोड़ रुपए का प्रावधान किया था। अब इस स्टेडियम के कायाकल्प करने की जिम्मेदारी कश्मीर मूल के आईएएस अधिकारी व जेडीए आयुक्त कमर उल जमाल ने संभाल रखी है। वे सिविल इंजीनियर भी रह चुके हैं।

आज जमाल ने बताया कि स्टेडियम को देश के बेहतरीन स्टेडियमों में से एक गिना जाता है, लेकिन इसमें कुछ खामियां है. उन्हें दूर करने के बाद ही यहां पर अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन किया जा सकता है। काम हाथ में लेने से पूर्व हमने जांच कराई कि इसके अंदर का एरिना अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप है या नहीं। यह एक दम परफैक्ट पाया गया है। इसके बाद हमने कार्य योजना तैयार की। इसके लिए जयपुर व बेंगलुरु की एक फर्म को सलाहकार बनाया गया है। साथ ही कार्यों के टेंडर भी हो चुके है और कार्य शुरू कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि दस दिन पूर्व मुख्यमंत्री के साथ बैठक में इस मसले पर चर्चा हुई थी। उस दौरान गहलोत ने कहा कि पूर्व में भी इस स्टेडियम में पैसा लगाया गया, लेकिन लाभ नहीं मिल पाया। ऐसे में इस बार पूरी योजना बनाकर कार्य को आगे बढ़ाया जाए। साथ ही स्थाई निर्माण पर फोकस किया जाए।

ये होंगे कार्य

  • * स्टेडियम के भीतर की मिट्‌टी और पिच को पूरी तरह से खोद दिया गया है। नए सिरे से पिच को तैयार कराया जाएगा। साथ ही पांच अभ्यास पिच बनाई जाएगी। पिच के लिए काली मिट्‌टी हरियाणा से व लाल मिट्‌टी महाराष्ट्र से मंगाई जा रही है। वहीं मैदान में लॉन को नए सिरे से लगाया जाएगा।
  • * साउथ पवेलियन को पूरी तरह से तोड़ा जा रहा है। इसे पूरा नया बनाया जाएगा। इसमें पांच सितारा होटल के समान खिलाड़ियों को बेहतरीन सुविधा मिल सकेगी। जिस तरह देश-विदेश के बड़े स्टेडियमों में सुविधाएं मिलती है। उसी तर्ज पर अत्यधुनिक सुविधाओं को जुटाया जाएगा।
  • * वर्तमान में प्रैस व कमेंट्री के लिए स्टेडियम में स्थाई निर्माण नहीं है। ऐसे में नार्थ ब्लॉक में अलग से नया पवेलियन बनवाया जाएगा।
  • * वेस्ट पवैलियन का नए सिरे से जीर्णोद्धार होगा। ताकि इसमें कुछ स्तरीय व नई सुविधाएं जुटाई जा सके।

ऐसा है स्टेडियम

पाल रोड पर बने इस विशाल स्टेडियम को निर्माण तत्कालीन यूआईटी अध्यक्ष मानसिंह देवड़ा ने वर्ष 1986-87 में कराया था। इसमें चालीस हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता है। इस स्टेडिम में दो एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच आयोजित हो चुके हैं, लेकिन वर्ष 2002 के बाद यहां कोई बड़ा मैच आयोजित नहीं किया जा सका। इस स्टेडियम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से जोधपुरी पत्थरों से निर्मित है। जोधपुर पत्थरों से तेज धूप में इसकी अलग ही आभा नजर आती है। इस स्टेडिम में शतक मार चुके महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर इसकी खूबसुरती के मुरीद रह चुके है।

1560 नकली टयूब किये जब्त:CEAT कम्पनी के नाम से नकली ट्यूब बनाने वालों पर पुलिस ने की कार्रवाई, एक गिरफ्तार

सवाई माधोपुर3 घंटे पहले
मौके से बरामद टयूब बनाने के उपकरण। - Dainik Bhaskar
मौके से बरामद टयूब बनाने के उपकरण।

जिले के गंगापुर सिटी उपखंड मुख्यालय पर पुलिस की ओर से एक कम्पनी के ब्रांड को कॉपी कर नकली ट्यूब बनाने के एक कारखाने को सीज कर बड़ी मात्रा में नकली ट्यूब जब्त की गई हैं। गंगापुर सिटी के उदई मोड़ पुलिस थाना में CEAT कंपनी ने प्रार्थना पत्र पेश कर CEAT कंपनी की तरफ से नकली माल बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।

जिसके बाद थानाधिकारी गंभीर सिंह CEAT के मैनेजर व CEAT कंपनी के पदाधिकारी राजेश पंवार व अपनी टीम के साथ शेड रोड़ गद्दी मोहल्ला मिर्जापुर गंगापुर सिटी पहुंचे। जहां पर काम कर रहे एक व्यक्ति अकबर खान पुत्र इकराम खान उम्र 26 निवासी दशहरा मैदान, गंगापुर सिटी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने मौके से कुल 1560 ट्यूब को जब्त कीं। इसी के साथ शील्ड मोहर व अन्य सामान स्क्रीन प्रिंन्टिंग प्लेट्स 2 पीस, पॉली पैकिंग मशीन 4 पीस, हीटिंग डाई मशीन 4 पीस, डाई CEAT का 1 पीस, CEAT पॉली प्लास्टिक पैकिंग 1200 पीस जब्त किये।

कारखाने के मालिक अनवर खान के खिलाफ कंपनी के नाम की कॉपी करके फर्जी ट्यूब तैयार करके लोगों को भ्रमित करके पर आई.पी.सी. धारा 420 व कॉपी राईट अधिनियम 1957 की धारा 63,65 में मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच किरोड़ीलाल एएसआई थाना उदई मोड़ को सौंपी गयी है।

10 जिलों के लोग पानी की जगह पी रहे जहर:पंजाब ने नहरों में छोड़ा केमिकल वाला पानी, 10 जिलों के लोग हो सकते हैं कैंसर, अलज़ाइमर, हार्ट अटैक और किडनी संबंधी बीमारियों के शिकार,

राजस्थान3 घंटे पहले
गंगानगर-हनुमानगढ़ क्षेत्र से निकलती रहनों में दिखाई दे रहे झाग पंजाब की फैक्ट्रियों से निकले केमिकल की निशानी हैं।

राज्य के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ समेत करीब 10 जिलों के लोगों के लिए आने वाले समय में कई तरह की घातक बीमारियों का संकट खड़ा हो सकता है। इनमें कैंसर, अलज़ाइमर, हार्ट अटैक और किड़नी फेल होने जैसी खतरनाक बीमारियां शामिल हैं। वजह है, पानी।

यह पानी और कोई नहीं, बल्कि इन जिलों से निकलने वाली नहरों से मिलने वाला है, जो यहां जीवन दायिनी माना जाता है, लेकिन यह नहरें अब घातक साबित होने लगी है। बीते चार दिन से इसके बराबर संकेत मिल रहे हैं।

पंजाब से आ रहा जहर

असल में पंजाब ने बीते चार दिन पहले ही हरिके बैराज से राजस्थान में आने वाली इंदिरा गांधी नहर के लिए पानी छोड़ा है। इस पानी के साथ भारी मात्रा में केमिकल बहकर आ रहा है। इसी केमिकल से इस प्रकार की बीमारियों के बढ़ने की आशंका पैदा हो गई है। असल में पंजाब में राजस्थान की सीमा पर मौजूद फैक्ट्रियाें, कारखानों, केमिकल प्लांट्स समेत कई गंदे नालों का पानी तक नहर में छोड़ा जा रहा है। जालंधर और लुधियाना की फैक्ट्रियां इसमें सबसे ज्यादा हैं। ऐसी स्थिति में यहां आने वाले पानी में उनका अपशिष्ट भर गया है और यहां झाग के रूप में दिखाई दे रहा है। पंजाब के एक्स्पर्ट्स का कहना है कि राज्य के 12 शहरों का अपशिष्ट यानी सीवरेज का गंदा पानी इसमें बहाया जा रहा है। यह जानकारी पूर्व में जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर स्तर के अधिकारी रहे कुलदीप विश्नोई तब भी दी थी, जब वे पंजाब से निकलने वाली नहर के आसपास के जिलों का दौरा करने गए थे और बताया था कि किस प्रकार दूषित इस नहर में बहाया जा रहा है। गंगानगर में दूषित जल असुरक्षित कल समिति के प्रवक्ता रमजान अली चौपदार हरिके बैराज पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि जिस दूषित जल को रोकने का पंजाब ने दावा किया है, वह खोखला है। डैम का गेट अभी भी खुला है और लगातार पानी आ रहा है।

दूषित जल असुरक्षित कल समिति के प्रवक्ता रमजान अली चौपदार हरिके बैराज पर पहुंचे, ताकि पंजाब से आ रहे दूषित पानी की हकीकत सामने आए।
दूषित जल असुरक्षित कल समिति के प्रवक्ता रमजान अली चौपदार हरिके बैराज पर पहुंचे, ताकि पंजाब से आ रहे दूषित पानी की हकीकत सामने आए।

नहरों के पानी की यह है स्थिति

केमिकल व अपशिष्ट के नहर में बहाए जाने से राजस्थान की सप्लाई नहरों में जो पानी आ रहा है, उसका रंग तक बदलकर काला, हराया या मटमैला जैसा हो गया है। पूरे पानी में झाग ही झाग नजर आने लगे हैं। गंदगी के इस पानी में दुर्गंध तक आ रही है। और इसे हमारे 10 जिलों के लोगों को पीना है, सिंचाई करनी है।

इन 10 जिले की नहरों में गंगनहर, इंदिरा गांधी नहर परियोजना और भाखड़ा से पानी आ रहा है। यह पानी श्रीगंगानगर, बीकानेर, हनुमानगढ़, नागौर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर जिलों में जाता है। ऐसे में गंदगी से लबरेज इस पानी से प्रदेश का बड़ा हिस्सा रोगों की चपेट में आ सकता है।

गंगानगर क्षेत्र की एक नहर की स्थिति।
गंगानगर क्षेत्र की एक नहर की स्थिति।

आंदोलन हुए पर नहीं हुआ असर

असल में पूर्व में भी इस तरह गंदा पानी पंजाब से नहरों में आता रहा है। इसे लेकर कई लोगों ने आक्रोश भी व्यक्त किया और सरकारों को चेताया भी, लेकिन न तो पंजाब सरकार और न ही राजस्थान सरकार के कोई असर ही पड़ा। लोगों का कहना है कि पंजाब और राजस्थान, दोनों जगह कांग्रेस की सरकार है, इसके बावजूद भी दोनों की आपसी समझ नहीं बन पा रही। किसान आर्मी के गुरलालसिंह बराड़ बताते हैं कि उनके गांव में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो रोगों की गिरफ्त में आए हुए हैं तथा जिला मुख्यालय के डॉक्टरों से इलाज ले रहे हैं।

पानी में मिले हैं खतरनाक रसायन

एक्सपर्ट्स के अनुसार इस पानी में शीशा यानी लैड, एल्यूमीनियम, आरसेनिक और यूरेनियम जैसे पदार्थ मिले हुए हैं। इनसे पेट से जुड़े रोग अल्सर, आंत का कैंसर, मानसिक विक्षिप्तता, मिर्गी, अल्माइजर, हार्ट अटैक, आंखों की समस्या, किडनी फेल होना, गर्भपात का खतरा आदि समस्याएं सामने आ रही हैं। श्रीगंगानगर इलाके में पिछले कुछ समय में बड़ी संख्या में कैंसर रोगी सामने आए हैं, जो बीकानेर सहित विभिन्न जिलों में उपचार करवाते रहे हैं।

पूर्व पीएमओ डॉक्टर पवन सैनी के अनुसार नहरों में आ रहे गंदे पानी से हैजा, पीलिया, उल्टी, दस्त जैसी बीमारियां हो सकती है। शीशा, आर्सेनिक जैसी केमिकल अशुद्धियां एक सीमा से ज्यादा शरीर में जाए तो गुर्दों पर असर डाल सकती हैं। इसके अलावा दिमाग पर असर डाल सकती है।

यूं पल्ला झाड़ रहे अधिकारी

गंग नहर परियोजना के एसई धीरज चावला ने इस बात को स्वीकार तो किया कि नहरों में गंदा पानी आ रहा है, लेकिन उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि इसके लिए उनकी ओर से पंजाब के संबंधित विभाग को कह दिया गया है। अब उन्हें ही इस पर कार्रवाई करनी होगी।

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