{30-05-2021} EVENING NEWS SOME HIGHLIGHTS

                       {30-05-2021}

                   EVENING NEWS

                SOME HIGHLIGHTS

तेल की कीमतों पर महंगाई की मार, इन States में 100 के पार हुआ 



सरकारी तेल कंपनियों ने आज यानी शनिवार के पेट्रोल-डीजल के रेट जारी कर दिए हैं. घरेलू बाजार में तेल की कीमतों में फिर उछाल आया है. पेट्रोल के दाम में 26 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है, जबकि डीजल की कीमत में 28 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है. दिल्ली के बाजार में पेट्रोल 93.94 रुपये जबकि डीजल रुपये प्रति लीटर पहुंच गया है. वहीं, मुंबई में पेट्रोल की कीमत 100.19 रुपये और डीजल की कीमत 92.17 रुपये प्रति लीटर हो गई है. देखें दिल्ली, मुंबई, राजस्थान, मध्य प्रदेश और बंगाल का हाल.

The state-run Oil Marketing Companies (OMCs) have hiked fuel prices again on Saturday with petrol crossing the Rs 100-mark in Mumbai. With an increase of 26 paise, the petrol price in Delhi has gone up to Rs 93.94 per litre. On the other hand, the price of diesel in the national capital went up by 28 paise to Rs 84.89 per litre. In this video, see the petrol and diesel prices in major cities.


Gold-Silver Rate : भारी उठापटक के बीच जानिए आज का रेट


नई दिल्ली, मई 29। देश के सभी प्रमुख शहरों में शनिवार को सोने के भाव में गिरावट देखने को मिली है। एमसीएक्स पर सोने का भाव 250 रु की गिरावट के साथ 49,860 रु रहा। मगर इस समय सोने के दाम पिछले चार महीनों के उच्चतम स्तर पर हैं। दिल्ली में 22 कैरेट सोने का भाव 210 रुपये की गिरावट के साथ 46,690 रुपये और 24 कैरेट सोने का भाव 210 रुपये की गिरावट के साथ 50,690 रुपये पर रहा। वहीं चेन्नई में 22 कैरेट वाला सोना 170 रुपये की गिरावट के साथ 45,970 रुपये प्रति दस ग्राम और 24 कैरेट सोना 130 रुपये की गिरावट के साथ 50,170 रुपये पर है।



जानिए बाकी शहरों के दाम

 कोलकाता में 22 कैरेट सोना 220 रुपये की गिरावट के साथ के 48,160 रुपये प्रति 10 ग्राम और दस ग्राम 24 कैरेट के भाव 220 रुपये की गिरावट के साथ 50,740 रुपये पर हैं। इस बीच मुंबई में 22 कैरेट सोने का भाव 120 रु की गिरावट के साथ 46480 रु और 24 कैरेट सोना का रेट भी 120 रुपये की ही गिरावट के साथ 47,480 रुपये प्रति दस ग्राम पर है।



वसुंधरा की जन रसाेई' में भाजपा गायब:पार्टी चला रही सेवा ही संगठन कार्यक्रम, इससे अलग पूर्व CM के नाम से जरूरतमंदों को भोजन करा रहे पूर्व मंत्री, विधायक और कई बड़े नेता


जयपुर में रसोई का संचालन करते वसुंधरा समर्थक पूर्व मंत्री और विधायक।

देश भाजपा में लंबे समय से चल रही सियासी गुटबाजी की चर्चाओं के बीच एक और नया मामला सामने आया है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समर्थक इन दिनों कोरोना काल में पूरे प्रदेश में कई जगहों पर 'वसुंधरा जन रसोई’ के नाम से जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। यही जन रसोई राजस्थान की राजनीति में चर्चा का विषय बनी हुई है। दो बार भाजपा से मुख्यमंत्री बनीं CM की इस रसोई से भाजपा ही गायब है। समर्थक भाजपा से अलग उन्हें प्रसारित कर रहे हैं। इस संदेश के मायने लोग अपने-अपने तरीके से निकाल रहे हैं।

भाजपा चला रही 'सेवा ही संगठन' नाम से कार्यक्रम
प्रदेशभर में रसोई चला रहे पूर्व मुख्यमंत्री के समर्थक इसे पूरी तरह से जनसेवा का कार्यक्रम बता रहे हैं। लेकिन, अंदरखाने की बात यह है कि भाजपा के कई मौजूदा सांसदों, पूर्व मंत्रियों, विधायक और कई बड़े भाजपा नेताओं की इसमें भागीदारी करके पूर्व CM की सियासी ताकत का अहसास कराया जा रहा है। इधर, प्रदेश भाजपा की ओर से भी 'सेवा ही संगठन’ के नाम से अलग कार्यक्रम चल रहा है। इसमें रक्तदान अभियान, काढ़ा वितरण, मास्क व सैनिटाइजर वितरण से लेकर कई अन्य सेवाएं शामिल हैं।

अब वसुंधरा समर्थक सांसदों, पूर्व मंत्रियों, विधायक और कई बड़े भाजपा नेताओं की शिरकत से पार्टी संगठन से अलग चलाई जा रही 'वसुंधरा जन रसोई’ ने अनुशासन के मामले में ‘पार्टी विथ डिफ़रेंस’ कही जाने वाली भाजपा पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

व्यंका इंडिया लिमिटेड कंपनी के माध्यम से चलाई जा रही है 'वसुंधरा जन रसोई’
'वसुंधरा जन रसोई’ की शुरुआत 21 मई को पूर्व कैबिनेट मंत्री और पूर्व CM राजे के बेहद करीबी माने जाने वाले यूनुस खान की मौजूदगी में जयपुर के हसनपुरा बस्ती में करीब 300 परिवारों को फूड पैकेट्स बांटने से हुई थी। इसके लिए व्यंका इंडिया लिमिटेड कंपनी के माध्यम से दो रसोई वैन भी तैयार करवाई गई है। इन दोनों वाहनों को पूर्व कैबिनेट मंत्री यूनुस खान ने ही यहां से हरी झंडी दिखाकर प्रदेश भर में रवाना किया था।

कोटा में 'वसुंधरा जन रसोई’ का संचालन करते भाजपा नेता।

पूर्व मंत्री खान ने अपनी मॉनिटरिंग से मना किया
इस बारे में जब पूर्व कैबिनेट मंत्री खान से बात कि गई तो उन्होंने कहा कि हां, ये कार्यक्रम चल रहा है, लेकिन इस पर उनकी कोई मॉनिटरिंग नहीं है। प्रदेश भर में पूर्व CM राजे के समर्थक और चाहने वाले उनकी प्रेरणा से इस विपदा काल में जरूरतमंदों को 'वसुंधरा जन रसोई’ के माध्यम से फ़ूड पैकेट वितरण किये जा रहे हैं। इनका कहना है कि लोग अपने आप ही इसको भामाशाह व दानदाता बन चला रहे हैं।



जयपुर में 'वसुंधरा जन रसोई’ के संचालन में मदद करते पूर्व मंत्री व पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और अन्य नेता।

सांसद, पूर्व मंत्री, विधायक और बड़े भाजपा नेता कर रहे हैं शिरकत
'वसुंधरा जन रसोई’ के माध्यम से आयोजित हो रहे कार्यक्रमों में अब तक पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक कालीचरण सर्राफ, पूर्व कैबिनेट मंत्री व पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी, पूर्व कैबिनेट मंत्री यूनुस खान, सांसद रामचरण बोहरा, सांसद मनोज राजौरिया, पूर्व संसदीय सचिव व खानपुर विधायक नरेंद्र नागर सहित कई मौजूदा जिला स्तरीय व मंडल स्तरीय भाजपा पदाधिकारी शिरकत कर चुके हैं।

उपचुनाव में सामने आ चुकी गुटबाजी
राजस्थान में पिछले दिनों तीन सीट पर हुए उपचुनाव में गुटबाजी सामने आ चुकी हैं। तीनों सीटों में से एक पर भी पूर्व सीएम प्रचार करने नहीं गई थी, इसको लेकर कई तरह के कयास लगाए गए थे। इसके अलावा चुनाव प्रचार के दौरान बैनर से वसुंधरा की तस्वीर गायब होना भी चर्चा में रहा था। हालांकि पूर्व सीएम इस पर कभी नहीं बोली, लेकिन राज्य की राजनीति में उनके समर्थक राज्य की अब भी सबसे पावरफुल नेता दिखाने के लिए पूरे प्रयास में जुटे हैं।

इस मामले को लेकर जब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पुनिया से बात की गई तो उन्होंने 'वसुंधरा जन रसोई’ के बारे में जानकारी होने से इनकार किया है और मामले को लेकर प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर से पार्टी का पक्ष लेने की बात कही।


प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर

प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर से हुए सवाल-जवाब

सवाल - प्रदेश में कई जगहों पर 'वसुंधरा जन रसोई’ के नाम से BJP के कुछ सांसद, विधायक और नेता जरूरतमंदों को निशुल्क भोजन पैकेट बांट रहे हैं, ये क्या है ?
जवाब - केंद्र में BJP सरकार के दूसरे कार्यकाल के सफलतम 2 वर्षों के उपलक्ष्य में नेता व कार्यकर्ता पार्टी के 'सेवा ही संगठन' कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश भर में सेवा कार्य कर रहे हैं और ये कोई भी कर सकता है।

सवाल - पार्टी द्वारा सेवा ही संगठन नाम से पहले से कार्यक्रम चलाया जा रहा है तो क्या पार्टी के बड़े नेताओं द्वारा पार्टी के बैनर को छोड़ इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करना सही है ?
जवाब - कार्यक्रम तो पार्टी के बैनर तले ही होना चाहिए और पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पार्टी के बैनर तले ही 'सेवा हीं संगठन' अभियान के तहत सेवा कार्य कर रहे हैं।

बदले की आग का नतीजा है डॉक्टर दंपती हत्याकांड:लपटों में घिरी बहन और भांजे को बचाने में झुलसा था हत्यारोपी, जिंदगी नहीं बचा सका तो 2 साल बाद रची डॉक्टर दंपती के खात्मे की साजिश



2 साल पहले इसी आग में दीपा और शौर्य की जलकर मौत हो गई थी|

भरतपुर शहर में नीम दा गेट के पास शुक्रवार शाम 5 बजे दो युवकों ने सरेराह नामी डॉक्टर सुदीप गुप्ता और उनकी पत्नी डॉक्टर सीमा गुप्ता की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी। वारदात के बाद बेखौफ बदमाश ने हवा में पिस्तौल लहराई। हवाई फायरिंग भी की और बाइक को धक्का मारकर स्टार्ट करने के बाद अपने साथी के साथ आसानी से भाग निकला। CCTV फुटेज में एक युवक की पहचान अनुज गुर्जर और दूसरे की पहचान उसके रिश्तेदार महेश के रूप में हुई है।

नीमदा इलाके में 28 मई की शाम को डॉक्टर दंपती की हत्या करते हुए बाइक सवार बदमाश

बदले की कहानी

बदले की आग ऐसी भड़की कि सरेआम 2 लाशें बिछा दी गईं। दो साल पहले लाखों रुपए कीमत के एक विला (मकान) में जिंदा जलाकर मार दी गई दीपा गुर्जर (25) और उसके 10 साल के बेटे शौर्य की मौत के तार इस दोहरे हत्याकांड से जुड़े हैं। भरतपुर पुलिस के मुताबिक, हत्या में शामिल अनुज गुर्जर (23) आग में जिंदा जलकर मरी दीपा गुर्जर उर्फ रिया गुर्जर का भाई है। वह अभी फरार है।

इस विला में आग लगने से हुई थी दीपा गुर्जर और उसके बेटे की मौत।

लपटों से घिरी दीपा ने भाई अनुज को फोन कर बुलाया था
7 नवंबर 2019 को आलीशान विला में आग की लपटों के बीच घिरी दीपा गुर्जर ने अपने छोटे भाई अनुज को मदद के लिए फोन किया था। भरतपुर शहर में नीमदा गेट इलाके से अपनी बाइक तेजी से दौड़ाते हुए अनुज सूर्या सिटी स्थित डॉक्टर सुदीप गुप्ता के विला पर पहुंचा। वहां सैंकड़ों की भीड़ में दोनों डॉक्टर दंपती भी मौजूद थे। इस बीच अनुज ने आग की लपटों से घिरी बहन दीपा और भांजे शौर्य को बचाने के लिए कंबल ओढ़कर घर में घुसने का प्रयास किया। लेकिन वह नाकाम रहा। बहन और भांजे की जिंदगी बचाने की कोशिश में अनुज खुद भी झुलस गया। तब उसे जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में उपचार के लिए रेफर किया गया। यहां कुछ दिनों बाद रिकवर होने पर वह घर लौट गया।

2 साल पहले जिंदा जलाकर मारे गए दीपा गुर्जर और उसका बेटा शौर्य। (फाइल फोटो)

अनुज ने बदले की आग में डॉक्टर सुदीप और उनकी पत्नी डॉक्टर सीमा को मौत देने की ठान ली। जेल से जमानत पर बाहर आने पर वह डॉक्टर दंपती की रेकी करने लगा। आखिरकार उसने 28 मई की शाम 5 बजे अपने साथी महेश के साथ बाइक लेकर डॉक्टर सुदीप गुप्ता की कार का पीछा किया। तब डॉक्टर दंपती कार से श्री राधा चौराहे की तरफ जा रहे थे। तभी नीमदा गेट इलाके में ही अनुज ने बाइक आगे लगाकर कार को रुकवाया और डॉक्टर पति पत्नी की गोलियों से भून डाला।


डॉक्टर सुदीप और उनकी पत्नी की सरेआम हत्या के बाद बेखौफ बदमाश हवाई फायरिंग कर बाइक से भाग निकले।

आपसी तकरार के बाद डॉ. सीमा ने लगा दी थी विला में आग
आपको बता दें कि डॉ. सुदीप और उनके अस्पताल में रिसेप्शनिस्ट रही दीपा गुर्जर के बीच अवैध संबंधों का पता चलने पर 7 नवंबर 2019 को डॉक्टर सुदीप की पत्नी डॉक्टर सीमा अपनी सास को लेकर सूर्या सिटी स्थित अपने विला पर पहुंची थी। इसी विला में डॉक्टर सुदीप ने दीपा गुर्जर को रखा हुआ था। वहां दीपा और सीमा के बीच आपसी तकरार के बाद हाथापाई 

7 नवंबर 2019 को विला में आग लगने से हुई मां बेटे की मौत के बाद पुलिस घटनास्थल से ही डॉक्टर सीमा और उनके पति को पूछताछ के लिए ले गई थी

बताया जा रहा है कि तब डॉक्टर सीमा अपने साथ स्प्रिट की बोतल लेकर गई थी। आपसी झगड़े में तैश में आकर डॉक्टर सीमा ने वहां फर्नीचर पर स्प्रिट छिड़क दिया। इसके बाद दीपा और उसके बेटे शौर्य को कमरे में बंद कर आग लगा दी। इससे दोनों की जिंदा जलकर मौत हो गई। मां व बेटे के शव घर में बनी रसोई में मिले थे।

भरतपुर में डॉक्टर दंपती की हत्या की अनकही कहानी:बहन और भांजे को जिंदा जलाने के आरोप में जेल से जमानत पर छूटे थे डॉक्टर दंपती, प्रेमिका का भाई जब भी इन्हें देखता खून खौल उठता, इसलिए दोनों को मार डाला

जेके लोन के सेंट्रल एसी का पाइप ले गए चोर:प्रदेश के पहले मॉड्यूलर NICU में गर्मी के कारण दो दिन से बिलबिला रहे बच्चे; गत्ते और हाथ पंखे से हवा कर रहे परिजन


[VIDEO:LINKhttps://dainik-b.in/U7OWCelSFgb]

संभाग का सबसे बड़ा मातृ एवं शिशु रोग अस्पताल जेके लोन एक बार फिर सुर्खियों में आया है। राजस्थान के पहले मॉड्यूलर NICU (नियोनेटल इंसेंटिव केयर यूनिट) का कूलिंग सिस्टम ठप हो गया है। चोर सेंट्रल एसी के कॉपर के पाइप काट ले गए। इसकी वजह से 32 बेड के NICU में पिछले दो दिनों से यह समस्या है। नवजात व उनके परिजन गर्मी से तप रहे हैं। हाल बेहाल है। NICU में परिजन गत्ते व हाथ पंखे से हवा करने को मजबूर हैं। खास बात यह है कि इस तरह गत्ते और पंखे से हवा करना बच्चों के लिए खतरनाक है। बच्चों में इससे संक्रमण की आशंका बनी रहती है। उधर, अस्पताल प्रशासन दो दिन में भी व्यवस्था में सुधार नहीं कर सका।

नवजात व उनके परिजन गर्मी से परेशान हैं।

कंपनी वाले लगे हुुए हैं

इससे पहले भी एमबीएस व जेके लोन अस्पताल से एसी के पाइप चोरी की घटना हो चुकी। इस कारण जेके लोन में लगाए गए सेंट्रल एसी सिस्टम के पाइप को जालियों से कवर कर ताला लगाया हुआ था। 28 मई को अज्ञात बदमाशों ने अस्पताल के पीछे से ताला तोड़कर कॉपर के पाइप चुरा लिए। इस कारण कूलिंग सिस्टम फेल हो गया है। एचओडी पीडियाट्रिक डॉ अमृता मयंगर ने बताया कि थाने में शिकायत दी है। गैस निकलने से एसी सिस्टम बन्द हुआ है। इसको सही करवा रहे हैं। कल भी कम्पनी के लोग काम कर रहे थे। संभवत: आज सही हो जाएगा। कोविड के कारण NICU में अभी 25 बच्चे ही भर्ती हैं।

एक वार्मर पर दो-तीन बच्चों का रखा गया है, जो संक्रमण के लिहाज से ठीक नहीं है।

परिजन गर्मी से परेशान
NICU में भर्ती नवजात बच्चों के परिजन गर्मी से परेशान हैं। वो घंटों खड़े रहकर नवजात को हाथ के पंखे व गत्ते से हवा करने को मजबूर हैं। बूंदी जिले के झालीजी का बराणा निवासी रेणु शर्मा ने बताया कि वो दो दिन से यहां हैं। NICU में एसी बंद होने से मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। एक वार्मर पर दो से तीन बच्चों को रखा हुआ है। एक और परिजन ने बताया कि सरकार कोरोना महामारी में सोशल डिस्टेंसिंग के पालन की बात कहती है। यहां एक वार्मर पर दो-तीन बच्चों को रखा गया है। कौन बच्चा संक्रमित है कौन नहीं, ये भी पता नहीं चलता। दो दिन से एसी सिस्टम बंद पड़ा। गर्मी के कारण स्टाफ वाले में नहीं रुक पा रहे हैं। ध्यान देने वाला कोई नहीं है।

नवजात को पंखे व गत्ते से हवा करने को मजबूर हैं परिजन।

मार्च में हुआ था वर्चुअल लोकार्पण

बच्चों की मौत का मामला सामने आने के बाद जेके लोन अस्पताल में राज्य सरकार ने व्यवस्थाओं में सुधार के लिए कई कदम उठाए। न्यू बॉर्न बेबी के बेहतर इलाज के लिए 3.24 करोड़ की लागत से जेके लोन अस्पताल में प्रदेश का पहला मॉड्यूलर NICU बनकर तैयार हुआ है। हाल ही में 27 मार्च को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीसी ( वर्चुअल समारोह) के जरिये लोकार्पण किया था। NICU में वार्मर, सीपेप मशीन, फोटोथैरेपी मशीन, इंफूजन पम्प, वेनिलेटर, मॉनिटर व अन्य मशीनें उपलब्ध कराई गईं। शुद्ध ऑक्सीजन के लिए हेपा फिल्टर सहित सेंट्रल एसी सिस्टम (ठंड और गर्मी में जरूरी तापमान मेंटेन) लगा है।


गर्मी के कारण स्टाफ भी नहीं रुक रहा है।

शिशुरोग विशेषज्ञ की मानें तो AC सिस्टम फेल होने से भर्ती बच्चों के स्वास्थ्य पर कोई असर नहीं पड़ता। बच्चों को वार्मर पर रखा जाता है। वार्मर से तापमान कंट्रोल हो जाता है। वार्मर ऑलरेडी प्रोटेक्टेड है। उनमें स्किन सेंसर व एयर सेंसर लगे रहते हैं। जेके लोन अस्पताल में आधुनिक तकनीक के वार्मर लगे हैं। इनमें ऑटोमैटिक बच्चे का तापमान कंट्रोल हो जाता है।

परिजनों की मौजूदगी से इंफेक्शन का खतरा
परिजनों की मौजूदगी से जरूर इंफेक्शन हो सकता है। यदि उनके पास साफ और स्लाटरलाइज्ड किए पंखे होंगे तो इंफेक्शन नहीं होगा। गंदे पंखे होने से संक्रमण फैल सकता है। ये परिजनों पर निर्भर करता है कि वो कैसे पंखे लेकर आते हैं। वैसे गांव के ज्यादातर लोग गंदे पंखे लेकर आते हैं

8 साल बाद चमकेगा 953 जालीदार झरोखों वाला हवामहल:5 मंजिला इस इमारत को दिया गया था भगवान कृष्ण के मुकुट का आकार, अब लॉकडाउन में लाया जा रहा निखार


देश दुनिया में सांस्कृतिक पहचान रखने वाला जयपुर अपने अंदर हैरिटेज, वास्तुकला, संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत को समेटे हुए है। यूनेस्को द्वारा वर्ल्ड हैरिटेज सिटी में शामिल गुलाबी नगरी जयपुर भारत के खूबसूरत शहरों में से एक है। यहां घूमने आने वाले देशी विदेशी सैलानियों के लिए सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक हवामहल है। 953 जालीदार झरोखों वाला यह हवामहल आठ साल बाद फिर से चमकेगा। लॉकडाउन में हवामहल में निखार लाने के लिए रंग रोगन का काम चल रहा है। ऐसे में लॉकडाउन हटने के साथ ही शहरवासी और यहां आने वाले सैलानी इसका दीदार कर सकेंगे।
हवामहल में नए बदलाव की तस्वीर

पहले 2013 में हुआ था हवामहल का रंग रोगन, अब आठ साल बाद निखरेगा
हवामहल अधीक्षक सरोज चंचलानी ने बातचीत में जानकारी देते हुए बताया कि 2013 में हवामहल का रंग रोगन करवाया गया था। इसके बाद पिछले कई सालों में हवामहल का रंग फीका पड़ने लगा था। इसके अलावा अन्य जर्जर हिस्सों की मरम्मत भी महसूस की जा रही थी। ऐसे में आमेर विकास प्रबंधन प्राधिकरण ने 3 मई को वर्क ऑर्डर जारी किया। इसके बाद हवामहल के निखार का काम जारी है।

हवामहल में मास्क नहीं तो प्रवेश नहीं

करीब 30 साल पहले गुलाबी चौके के आधार पर तय होता है रंग
हवामहल अधीक्षक के मुताबिक हवामहल के रंग रोगन का काम शुरू होने के पहले इसकी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराई गई है। इसके अलावा यहां पिछले करीब 30 साल से रखे गुलाबी रंग के चौके (पत्थर) के अनुसार ही रंग हवामहल पर करवाया जा रहा है। इस चौके को कई साल पहले एक कमेटी ने फाइनल किया था। जानकारी के अनुसार यह काम ExEn रवि गुप्ता की देखरेख में हो रहा है।


हवामहल के अंदर का दृश्य

1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था निर्माण, पांच मंजिला इमारत को भगवान कृष्ण के मुकुट का आकार दिया
हवामहल एक राजसी महल है। इसका निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने करवाया था। वे कृष्ण भक्त थे। ऐसे में वास्तुकार लालचंद उस्ताद की देखरेख में पांच मंजिला इमारत को भगवान कृष्ण के मुकुट के आकार में निर्माण करवाया गया। इसे बनाने के लिए लाल व गुलाबी बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया। इसमें 953 आकर्षक छोटी-छोटी जालीदार खिड़कियां है। पहले राजपरिवार की महिलाएं इन्हीं खिड़कियों से शहर को नजारा देखा करती थी। वेंचुरी प्रभाव की वजह से इन जालीदार झरोखों में हमेशा ठंडी हवा महल के अंदर आती रहती है। यह इमारत हवामहल के नाम से प्रसिद्ध हो गई।

हवामहल का निर्माण करवाने वाले महाराजा सवाई प्रताप सिंह का चित्र

चौथी मंजिल प्रकाश मंदिर और पांचवीं हवा मंदिर कहलाई
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हवामहल की स्थापत्य शैली भी राजपूत और मुगल शैलियों का बेजोड़ नमूना है। हवामहल की पहली दो मंजिलें गलियारों और कक्ष से जुड़ी हैं। रत्नों से सजे इस कक्ष को रत्न महल कहा जाता है। यहां पांच मंजिले है। इनमें पहली मंजिल शरद मंदिर, दूसरी मंजिल रत्न मंदिर, तीसरी मंजिल विचित्र मंदिर, चौथी प्रकाश मंदिर और पांचवीं हवा मंदिर कहलाती है। हवामहल में आनंदपोल और चांदपोल नाम से दो दरवाजे हैं। आनंदपोल पर बनी गणेश प्रतिमा के कारण इसे गणेश पोल भी कहा जाता है। महाराजा सवाई प्रताप सिंह (सवाई जय सिंह के पौत्र और सवाई माधो सिंह के पुत्र) थे।

हवामहल की पांचवीं मंजिल का नाम हवा मंदिर है। यहां से आप जयपुर शहर का दृश्य देख सकते है

लग्जरी वैक्सीनेशन पर केंद्र की चेतावनी:होटलों में लग्जरी वैक्सीनेशन ड्राइव चलाना गाइडलाइंस का उल्लंघन, ऐसा करने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई होगी


लग्जरी होटल्स में वैक्सीनेशन ड्राइव चला रहे अस्पतालों पर केंद्र सरकार ने सख्ती शुरू कर दी है। सरकार ने ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों को लेटर भेजा। इसमें कहा गया है कि अधिकारी उन होटल्स और अस्पतालों पर नजर रखें, जो वैक्सीनेशन की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं। पत्र में कहा गया है कि कुछ प्राइवेट अस्पतालों ने बड़े-बड़े होटल्स के साथ करार कर लिया है। इसमें वैक्सीनेशन का पैकेज दिया जा रहा है। ये सीधे तौर पर गाइडलाइन का उल्लंघन है।

वैक्सीनेशन पर क्या है केंद्र की गाइडलाइन

  • * सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीनेशन हो सकता है।
  • * कंपनियां अपने कर्मचारियों का वैक्सीनेशन ऑफिस में करवा सकती हैं।
  • * वैक्सीनेशन सेंटर दूर होने पर बुजुर्गों के लिए सोसाइटी में कैंप लगाया जा सकता है।
  • * इसके अलावा पंचायत भवन, स्कूल और कॉलेज को अस्थाई वैक्सीनेशन सेंटर बनाया जा सकता है।

किस तरह का पैकेज दे रहे हैं होटल?
होटल अपने लग्जरी पैकेज में वैक्सीन लगवाने वालों को ढेर सारी सुविधाएं दे रहे हैं। इसमें रुकने की व्यवस्था, हेल्दी ब्रेकफास्ट, डिनर और वाईफाई के अलावा अस्पतालों से एक वैक्सीनेशन एक्सपर्ट भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। ये पैकेज 5 हजार रुपए का बताया जा रहा है। इसका सोशल मीडिया पर भारी विरोध हो रहा है।

दिल्ली के डिप्टी CM ने उठाया था मुद्दा
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को इससे जुड़ा मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकारें वैक्सीन की भारी किल्लत से जूझ रही हैं। इसकी वजह से 18 से 44 साल के लोगों का वैक्सीनेशन रुक गया है। सिसोदिया ने केंद्र से सवाल किया था कि जब केंद्र के पास राज्यों को देने के लिए वैक्सीन नहीं है तो प्राइवेट अस्पतालों के पास स्टॉक कहां से आ रहा है। दिल्ली सरकार राज्य के सभी युवाओं का वैक्सीनेशन मुफ्त में करना चाहती है। यदि इस काम के लिए राज्य सरकार को वैक्सीन नहीं मिल रही हैं तो प्राइवेट अस्पतालों तक वैक्सीन का पहुंचना आश्चर्यजनक है। उन्होंने कहा था कि प्राइवेट अस्पताल एक डोज के 1 हजार रुपए तक चार्ज कर रहे हैं।

देश में कोरोना महामारी आंकड़ों में

  • * बीते 24 घंटे में कुल नए केस आए: 1.65 लाख
  • * बीते 24 घंटे में कुल ठीक हुए: 2.64 लाख
  • * बीते 24 घंटे में कुल मौतें: 3,463
  • * अब तक कुल संक्रमित हो चुके: 2.78 करोड़
  • * अब तक ठीक हुए: 2.54 करोड़
  • * अब तक कुल मौतें: 3.25 लाख
  • * अभी इलाज करा रहे मरीजों की कुल संख्या: 21.09 लाख
  • मेहुल को भारत लाने की तैयारी:भारत ने प्रत्यर्पण के कागज डोमिनिका भिजवाए; PNB घोटाले का आरोपी चौकसी वहीं की जेल में बंद है

  • पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी के जल्द भारत प्रत्यर्पण की उम्मीद बढ़ गई है। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन के मुताबिक भारत ने एक प्राइवेट जेट के जरिए डोमिनिका सरकार को चौकसी के प्रत्यर्पण के दस्तावेज भेजे हैं। चौकसी इस वक्त डोमिनिका की जेल में ही बंद है। हालांकि चौकसी को लेकर भारत की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

    इससे पहले शनिवार को चौकसी की डोमिनिका के जेल से पहली तस्वीर सामने आई थी। सलाखों के पीछे कैद चौकसी स्काई कलर की टी-शर्ट में दिख रहा है। उसके चेहरे पर डर और भय साफ देखा जा सकता है। उसकी बाईं आंख में चोट के निशान भी दिख रहे हैं। उसकी आंख लाल है। साथ ही उसके हाथ में भी चोट के निशान देखे जा सकते हैं। 

  • उसके वकीलों ने दावा किया है कि चौकसी से मारपीट की गई है

    चौकसी ने लगाया था अपहरण और मारपीट का आरोप
    दो दिन पहले मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डोमेनिका में चौकसी के वकील मार्श वेन ने कहा कि सुबह उन्होंने अपने क्लांइट से पुलिस स्टेशन में मुलाकात की है। वकील के मुताबिक चौकसी ने आरोप लगाया कि उसे डोमिनिका में अपहरण कर लाया गया है। चौकसी ने अपने साथ मारपीट का भी आरोप लगाया है। चौकसी के वकील मामले में राहत के लिए अदालत में अपील दाखिल करने वाले हैं।

                   सलाखों के पीछे से अपना हाथ दिखाता मेहुल चौकसी।

    इंटरपोल ने जारी किया था यलो नोटिस
    चौकसी कुछ दिन पहले एंटीगुआ और बारबुडा से लापता हो गया था। इसके बाद इंटरपोल ने उसके खिलाफ यलो नोटिस जारी किया था। बाद में इसी नोटिस को एंटीगुआ सरकार ने भी रिटेन किया। इसके बाद उसकी तलाश तेज कर दी गई थी।

    क्यूबा भागने की फिराक में था चौकसी
    चौकसी को मंगलवार यानी 25 मई को डोमिनिका में पकड़ा गया था। एंटीगुआ मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि 62 साल का चौकसी डोमिनिका से क्यूबा भागने की फिराक में था, उसी दौरान उसे CID ने दबोच लिया। सूत्रों के मुताबिक वह एंटीगुआ और बारबुडा से बोट के जरिए डोमिनिका पहुंचा था।

                                 डोमिनिका में चौकसी की लीगल टीम। बाईं ओर से जूलियन प्रीवोस्ट, वेन मार्श, वेन नोर्डे और कारा शिलिंगफोर्ड मार्श।

    मुंबई में चौकसी के घर की दीवारों पर नोटिस का अंबार
    मुंबई के वालकेश्वर में गोकुल अपार्टमेंट की 9वीं और 10वीं मंजिल स्थित मेहुल चौकसी के घर पर ताला लटका हुआ है, लेकिन घर के दरवाजे और दीवारों पर सरकारी नोटिस का ढेर लगा हुआ है। इनमें से अधिकांश नोटिस CBI, ED, इनकम टैक्स और पंजाब नेशनल बैंक सहित कई अन्य बैंकों के हैं। फ्लैट के दरवाजे के पास फर्श पर भी कई सारे नोटिस बिखरे पड़े हैं। ये सारे नोटिस साल 2019 से लेकर 2021 तक के हैं।

             2017 में एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता ली थी

    14,500 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले का आरोपी चौकसी जनवरी 2018 में विदेश भाग गया था। बाद में पता चला कि वह 2017 में ही एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता ले चुका था। पीएनबी घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) जैसी एजेंसिया चौकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं। मेहुल चौकसी खराब सेहत का हवाला देकर भारत में पेशी पर आने से इनकार कर चुका है। कभी-कभी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही उसकी पेशी होती है। भारत में उसकी कई संपत्तियां भी जब्त की जा चुकी हैं।

    भांजे नीरव को भारत लाने की मिल चुकी है मंजूरी
    इस घोटाले का मुख्य आरोपी चौकसी का भांजा नीरव मोदी लंदन की जेल में है। वहां की अदालत और सरकार ने उसके प्रत्यर्पण की मंजूरी भी दे दी है, लेकिन नीरव ने प्रत्यर्पण के फैसले को लंदन के हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इस मामले में हाईकोर्ट का फैसला आने में 10 से 12 महीने का वक्त लग सकता है।

  • हरियाणा में रियायतों के साथ लॉकडाउन बढ़ा:अब 7 जून तक पाबंदियां लागू रहेंगी; ऑड-ईवन फॉर्मूले पर खुलेंगी दुकानें; 15 जून तक शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे

हरियाणा सरकार ने एक बार फिर लॉकडाउन बढ़ा दिया है। राज्य में अब 7 जून तक लॉकडाउन रहेगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि सुरक्षित हरियाणा को ध्यान में रखते हुए कुछ छूट के साथ पाबंदियों को एक हफ्ते के लिए बढ़ाया जा रहा है। दुकानें अब सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक खुल सकती हैं।

उन्होंने बताया कि दुकानों को ऑड-ईवन फॉर्मूले पर खोला जाएगा। 15 जून तक शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा। राज्य में 3 मई को लॉकडाउन की घोषणा की गई थी।

जोखिम नहीं उठाना चाहती सरकार
दिल्ली से सटे हरियाणा के जिलों में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आई है। इसके बावजूद हरियाणा सरकार किसी तरह का कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है। यही वजह है कि गुरुग्राम, नया गुरुग्राम, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पलवल, सोनीपत, बहादुरगढ़, रोहतक, पानीपत, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और नारनौल में लॉकडाउन 7 जून तक फिर से बढ़ा दिया गया है।

दिल्ली में भी एक हफ्ते के लिए बढ़ा कर्फ्यू
दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। इसीलिए सरकार पाबंदियों में छूट देने को लेकर अभी ऐहतियात बरत रही है। इसी के मद्देनजर यहां पाबंदियों को अब 7 जून सुबह 5 बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है। हालांकि, 31 मई से दिल्ली में अनलॉक की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इसके तहत दो तरह की छूट दी गई है।

 दिल्ली में भी सशर्त छूट दी गई

  • * दिल्ली सरकार की ओर से शुक्रवार को जारी आदेश के मुताबिक, अनलॉक की प्रक्रिया के तहत इंडस्ट्रियल एरिया में चार दिवारी या परिसर में मैन्युफैक्चरिंग और प्रोडक्शन यूनिट को चलाने की इजाजत होगी। साथ ही वर्क साइट्स के अंदर कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी की जा सकेगी। इसके लिए नियम और शर्तें भी रखी गई हैं।
  • * दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) के मुताबिक, लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में आवश्यक गतिविधियों को छोड़कर लोगों की आवाजाही पर रोक रहेगी। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के बाहर औद्योगिक क्षेत्रों में कंस्ट्रक्शन और मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों को संचालन के लिए अनुमति दी गई है।

बीते दिन 956 केस आए
दिल्ली में 2 महीने बाद एक दिन में कोरोना के एक हजार से कम केस मिले हैं। यहां शनिवार को 956 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। इससे पहले 22 मार्च को 888 केस मिले थे। इसके बाद से लगातार नए केस बढ़ते गए। यह संख्या 30 अप्रैल को 27 हजार तक पहुंच गई थी। इसके बाद से नए मामलों में कमी आ रही है।

पॉजिटिविटी रेट भी 1.19% हुआ
बीते 24 घंटों में यहां 122 लोगों की संक्रमण से मौत हो गई। पॉजिटिविटी रेट भी गिरकर 1.19% पर आ गया है। दूसरी लहर के पीक पर यह 32% तक पहुंच गया था। स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में कहा गया है कि दिल्ली में कोरोना से मरने वालों की संख्या 24,073 हो गई है। गुरुवार को यहां 1,072 नए केस और 117 मौतें दर्ज की गई थीं

   केजरीवाल ने किया था ऐलान

पिछले दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि हम दिल्ली में लॉकडाउन को धीरे-धीरे खोलेंगे, सबसे पहले उन लोगों का ध्यान रखना है जो समाज का सबसे गरीब तबका है, मजदूर हैं, प्रवासी हैं। इसलिए हमने फैसला लिया है कि सोमवार से कंस्ट्रक्शन और फैक्ट्रियों की गतिविधियों को खोला जाएगा, अगले एक हफ्ते के लिए यह दोनों सेक्टर खुले रहेंगे।

इन नियमों का पालन करने की शर्त पर मिली छूट

  • * थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना अनिवार्य होगा। वर्क ऑवर्स अलग-अलग शिफ्ट में होंगे ताकि एक समय पर ज्यादा भीड़ न हो।
  • * डीएम के जरिए रैंडम RT-PCR और रैपिड टेस्ट कराए जाएंगे। कोविड अप्रोप्रियेट बिहेवियर जैसे मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगी।
  • * डीएम के अधीन स्पेशल टीम बनाई जाएंगी, जो समय-समय पर निरीक्षण करेंगी। वर्कर्स को ई-पास के जरिए मूवमेंट की इजाजत होगी।
  • * मालिक, एम्प्लॉयर्स, कॉन्ट्रैक्टर्स पोर्टल पर डिटेल्स देकर अपने वर्कर्स और कर्मचारियों के लिए ई-पास आवेदन कर सकेंगे।
  • * नियमों का उल्लंघन करने पर मैनुफैक्चरिंग यूनिट या कंस्ट्रक्शन साइट को बंद भी किया जा सकता है और DDMA एक्ट के तहत कार्रवाई भी की जाएगी।

मोदी के मन की बात:PM बोले- भारत अब पहले से 10 गुना ऑक्सीजन उत्पादन कर रहा; ताऊ ते और यास का जिक्र कर कहा- हम हर तूफान से निकले हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश की जनता को संबोधित किया। मोदी ने कहा कि दूसरी लहर में ऑक्सीजन की मांग अचानक बढ़ गई। देश ने आपदा के बीच अपनी क्षमताओं को बढ़ाया। अब हम पहले से 10 गुना ऑक्सीजन उत्पादन कर रहे हैं। चुनौती कितनी ही बड़ी हो, भारत का विजय का संकल्प भी उतना ही बड़ा रहा है। सेवाभक्ति और अनुशासन ने देश को हर तूफान से बाहर निकाला है। जल-थल-नभ तीनों सेना के सभी जवान कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे हुए हैं। पूरे देश को उन पर गर्व है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर्स, डॉक्टर्स और नर्सों ने लगातार काम किया और आज भी कर रहे हैं। इन वॉरियर्स पर चर्चा करने का मुझसे आग्रह किया गया है। दूसरी लहर में ऑक्सीजन की मांग अचानक बढ़ गई। काफी प्लांट पूर्वी हिस्सों में हैं, जहां से इसे पहुंचाने में दिक्कत आती है। इसमें हमारे टैंकर और ट्रेन ड्राइवर्स ने भी आगे आकर देश के लिए अपने कर्तव्य को निभाया है।

  • कोरोना वॉरियर्स से मोदी के मन की बात

    1. दिनेश उपाध्याय, ऑक्सीजन टैंकर ड्राइवर

    • * दिनेश- मैं ऑक्सीजन का टैंकर चलाता हूं। 15 से 17 साल हो गया ऑक्सीजन का टैंकर चलाते हुए। सर हमारा काम ही ऐसा है कि हमारी कंपनी आईनॉक्स भी हमारा बहुत ख्याल रखती है। जब हम किसी को ऑक्सीजन देते हैं तो हमें बहुत खुशी मिलती है।
    • * मोदी- पहले की तुलना में अब जब ऑक्सीजन देने जाते हैं तो क्या रहता है दिमाग में आपके?
    • * दिनेश- हमें खाली अपने कर्तव्य को वक्त से पूरा करने का ख्याल रहता है। अगर टाइमली ऑक्सीजन पहुंचने पर किसी का जीवन बचता है तो हमारे लिए वही जरूरी होता है।
    • * मोदी- लोगों के नजरिए में बदलाव आया है?
    • * दिनेश- पहले हम जाम में फंसे रहते थे। अब बहुत मदद मिलती है। प्रशासन भी मदद करता है। अस्पताल पहुंचते हैं तो अस्पताल वाले विक्ट्री साइन दिखाते हैं। वी का इशारा करते हैं। हमें लगता है कि अच्छा काम किया होगा, जो इस सेवा का मौका मिला है। बच्चों को फोन पर बताते हैं। 8-9 महीने में घर जाते हैं। बच्चे बोलते हैं कि पापा काम करो पर सेफ्टी से करो।

    2. शिरिसा गजनी, ऑक्सीजन एक्सप्रेस की लोको पायलट

    • * मोदी- माताओं-बहनों को सुनकर गर्व होगा कि एक ऑक्सीजन एक्सप्रेस पूरी तरह महिलाएं ही चला रही हैं। मैंने शिरिसा जी को आमंत्रित किया है। आपको मोटिवेशन कैसे मिला? सामान्य दिनों में रेलवे को सेवाएं दीं, अब ऑक्सीजन की डिमांड के वक्त में आपको कैसा लगता है?
    • * शिरिसा- मुझे अपने माता-पिता से मुझे मोटिवेशन मिला। मुझे लगा कि सभी सपोर्टिव हैं। मुझे ग्रीनकार्ड मिला। 125 किलोमीटर डेढ़ घंटे में पहुंच जाते हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बहुत सपोर्ट मिल रहा है।
    • * मोदी- आपके माता-पिता और बहनों को प्रणाम इस सेवा के लिए और इस जज्बे के लिए।

    3. एके पटनायक, एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन
    • * मोदी- कोरोना के वक्त आप बड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, एक फौजी के नाते अलग तरह का काम किया है, आज आप जिंदगी बचाने के लिए दौड़ रहे हैं। पहले मरने-मारने के लिए दौड़ते थे।
    • * पटनायक- संकट के वक्त देश की मदद कर सकते हैं ये सौभाग्य का काम है। जो भी मिशन मिला है, उसे बखूबी निभा रहे हैं। हमें जो संतोष मिल रहा है, वो बहुत ज्यादा है। एक महीने से हम ऑक्सीजन देश-विदेश से उठा रहे हैं। 107 इंटरनेशनल मिशन किए हैं, 3 हजार से ज्यादा घंटे तक उड़ान भरी है। लगातार एयरफोर्स ऑपरेशन कर रही है। सिंगापुर, दुबई, जर्मनी और यूके से ऑक्सीजन लेकर आए। ये मिशन बहुत शॉर्ट नोटिस पर प्लान किए जा रहे हैं।
    • * मोदी- इस पर देश गर्व का अनुभव करता है कि जल-थल-नभ के सभी जवान कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे हुए हैं।
    • * पटनायक- हम जी-जान से जुटे हुए हैं। मेरी बेटे भी साथ में है अदिति।

    ग्रुप कैप्टन की बेटी से भी चर्चा की

    • * अदिति ने पीएम से कहा कि मैं 11 साल की हूं और पिता के काम पर मुझे गर्व महसूस होता है। मेरे पिता देशों से ऑक्सीजन टैंकर लाते हैं और कोरोना पीड़ितों की मदद करते हैं। वो आज कल घर पर रह भी नहीं पाते हैं और मैं उन्हें मिस करती हूं।
    • * मोदी- बेटा ये जान बचाने वाला काम सभी को पता चला है, जब साथी तुम्हारे जानते होंगे तो तुम्हें बहुत सम्मान से देखते होंगे।
    • * अदिति- मेरे फ्रैंड कहते हैं कि पापा तुम्हारे इतना अच्छा काम कर रहे हैं तो मुझे गर्व होता है। मेरे रिश्तेदार भी डॉक्टर हैं, जो दिन-रात लगे हुए हैं। ये सबकी कोशिशें हैं, जिनके दम पर हम कोरोना की लड़ाई जीतेंगे।
    • * मोदी- हमारे यहां कहते हैं कि बेटी जब बोलती है तो उसकी जुबान में सरस्वती विराजमान है, जब आप बोल रही हो तो आपकी जुबान ईश्वर की बात बन जाती है।
    • * अदिति- मेर हॉबी स्वीमिंग और बास्केटबॉल है। लॉकडाउन और कोरोना के दौरान मैं स्केटिंग और कुकिंग करती हूं। पापा जब लौटते हैं तो उनके लिए कुकीज बनाती हूं।
    • 4. कोरोना टेस्टिंग लैब के टेक्निशियन

      प्रकाश कांडपाल, लैब टेक्नीशियन, दिल्ली

      • * मोदी- प्रकाशजी अपने बारे में बताइए? कोरोना के वक्त आपका क्या अनुभव रहा है?
      • * प्रकाश- मेरा अनुभव 22 वर्षों का है। कोविड के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं पर बहुत दबाव पड़ा है। इस संकट में हमसे ज्यादा प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। हम उस पर खरा उतरते हैं तो गौरव की अनुभूति होती है। घर वाले डरते हैं तो कहता हूं कि हमारे देश के जवान हमेशा देश की रक्षा करते हैं और घर से दूर रहते हैं। उनकी तुलना में हमारा जोखिम काफी कम है। यही कहकर हम अपने काम में लगे रहते हैं।
      • * मोदी- सरकार लोगों से दूरी बरतने को कहती है और आपको कोरोना के सामने रहना पड़ता है। काम के घंटे भी बढ़ गए हैं। अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हैं ना?
      • * प्रकाश- सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है, प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हैं। अभी तक मेरा परिवार और जानने वाले संक्रमण से बचे हुए हैं। सावधानी रखते हैं तो हम इससे बच सकते हैं।

      मोदी के संबोधन की 4 अहम बातें
      1. अब हम आपदाओं में ज्यादा जान बचा पा रहे

      ताऊ ते और यास तूफान से देश लड़ा और कम से कम जनहानि सुनिश्चित की। पिछले कुछ सालों में हम आपदाओं में ज्यादा से ज्यादा जान बचा पा रहे हैं। संकट की घड़ी में जिस धैर्य, साहस और अनुशासन से आपदा प्रभावित राज्यों के लोगों ने काम किया, उनका धन्यवाद। जो लोग मदद के लिए सामने आए उन्हें सैल्यूट करता हूं। केंद्र और राज्य सभी मिलकर इन आपदाओं से लड़े। जिन्होंने अपनों को खोया, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।

      2. किसानों और गरीबों की भी बात की
      कोरोना के काल में भी किसानों ने रिकॉर्ड उत्पादन किया और रिकॉर्ड खरीदी भी हुई है। दाम भी बहुत अच्छा मिला है। 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है ताकि गरीब के घर में भी चूल्हा जले। ऐसा दिन न आए कि चूल्हा न जले। अगरतला के किसान कटहल की पैदावार करते हैं। इसकी मांग देश-विदेश में हो सकती है। ये कटहल रेल से गुवाहाटी लाए गए और अब यहां से लंदन भेजे जा रहे हैं।
      बिहार की शाही लीची का नाम सुना होगा। इसे सरकार ने जीआई टैग दिया था। इस बार बिहार की लीची भी लंदन भेजी गई है। पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण में हमारा देश ऐसे ही स्वाद और उत्पादों से भरा है। विजय नगरम के आम का नाम किसने नहीं सुना। अब ये रेलवे के जरिए दिल्ली भेजे जा रहे हैं।

      3. सरकार के 7 साल की उपलब्धियां जनता को समर्पित की
      • * आज ही केंद्र में उनकी सरकार के 7 साल पूरे हुए हैं। इस पर उन्होंने कहा कि भारत दूसरे देशों की सोच और उनके दबाव में नहीं है। वह अपने संकल्प से चलता है। भारत अपने खिलाफ साजिश करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देता है, तो हमारा आत्मविश्वास और बढ़ जाता है। जब भारत राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर समझौता नहीं करता, तो हमें लगता है कि हम सही रास्ते पर हैं।
      • * देश सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर चला है। 7 साल में जो भी उपलब्धि रही है, वो देश की रही, देशवासियों की रही। कितने ही राष्ट्रीय गौरव के क्षण हमने साथ अनुभव करे। हम ऐसे ही आगे बढ़ते रहेंगे और हर लड़ाई जीतते रहेंगे।
      • * आजादी के बाद 7 दशकों में साढ़े तीन करोड़ घरों में पानी का कनेक्शन था। 21 महीनों में साढ़े चार करोड़ घरों में पानी का कनेक्शन दिया गया। 7 साल में भारत ने डिजिटल लेनदेन में नई दिशा दिखाई है। ये कोरोना के वक्त में बहुत अच्छा साबित हो रहा है। 7 साल में हम रिकॉर्ड सैटेलाइट भेज रहे हैं और रिकॉर्ड सड़कें बना रहे हैं। पूर्वोत्तर से लेकर कश्मीर तक विश्वास का नया माहौल बना है और हमने बरसों पुराने विवाद शांति के साथ सुलझाए हैं।

      4. हमने कई परीक्षाएं दीं और मजबूत होते गए
      जहां सफलताएं हैं, वहां परीक्षाएं भी होती हैं। हमने कई परीक्षाएं दीं और हर बार मजबूत होकर निकले हैं। कोरोना महामारी के रूप में इतनी बड़ी परीक्षा हमारे सामने हैं। पूरी दुनिया को इसने परेशान किया है। कितने लोगों ने अपनों को खोया है, बड़े-बड़े देश नहीं बच पाए। भारत सेवा और संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। पहली वेव में भी हमने साहस और संकल्प से लड़ाई लड़ी थी और दूसरी लहर में भी हम लड़ रहे हैं। दो गज की दूरी है जरूरी। हम लापरवाही नहीं बरतेंगे और यही हमारा मंत्र है।










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